Sunday, October 4, 2009

भारत को भारत रहने दो इन्ड़िया ना बनाओ

भारत को भारत रहने दो इन्ड़िया ना बनाओ
कटु सत्य
प्यारे भारतवासी बन्धुवरों, सर्वप्रथम हमें ये ज्ञात होना चाहिए कि मेरे राष्ट्र का, मेरे देश का नाम क्या है। और स्मरण रहे कि नाम किसी भी भाषा में पुकारा जाए उच्चारण एक जैसा ही होगा।जरा सोचिए जिसे हम स्वतन्त्र भारत कह रहे है वो इंडिया क्यो और कैसे हुआ एक राष्ट्र के दो नाम कैसे हो सकते है। और यहाँ तो तीसरा भी है।जरा सोचिए........अगर हिन्दी में कोई नाम मनमोहन सिंह है तो अंग्रेजी में चमगादड़ का सींग हो जाएगा क्या? इसी तरह ..... सोनिया गाँधी है तो क्या अंग्रेजी में ‘‘चाचिया जाली कहेंगे? अटल बिहारी वाजपेयी को विकट बाजारी चालबाज कहेंगे क्या? ए।पी।जे। अब्दुल कलाम को एस।पी.जी. गुलाम कहेंगे क्या? भैरोसिंह शेखावत को खैरौ चन्द बिलावत कहेंगे क्या? लाल कृष्ण अडवानी को काला कोआ गिडगिडानी कहेंगे क्या?, शीला दीक्षित को केला भीक्षित, अर्जुन सिंह को दुर्याेधन सिंह, मुलायम सिंह यादव को कठोर गीदड़ भादव कहेंगे क्या? राम विलास पासवान को भोगविलासी कहेंगे क्या? लालू प्रसाद यादव को हरा प्रसाद चाराघोटाला कहेंगे क्या? राबड़ी देवी को कबाड़ी बेबी, वृन्दा करात को कृष्ण की बारात, बाला साहब ठाकरे को मराठी खब्ती कहेंगे क्या? ओम प्रकाश चैटाला को अन्धकार घोटाला, नटवर सिंह को नटखट सींग कहेंगे क्या?

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